पर्यटन नगरी में ओला-उबर से संबद्ध टैक्सी चालकों के सामने लॉकडाउन में मुसीबतें बढ़ गई हैं। तकरीबन एक माह से काम बंद पड़ा है। इस कारण उन्हें गृहस्थी चलाने और गाड़ी की किस्त चुकाने में परेशानी हो रही है। यही हाल प्राइवेट टैक्सी संचालकों का है।
आगरा कैंट व आगरा फोर्ट स्टेशनों से ही रोजाना 500 टैक्सियां संचालित होती हैं। इन सभी को लॉकडाउन में ढील का इंतजार है। शहर में ओला, उबर की लगभग 400 टैक्सियां संचालित हैं।
इन दोनों ही कंपनियों की ओर से स्थायी चालकों को हर्जाना दिया गया है, लेकिन एक हजार से अधिक ऐसे भी टैक्सी चालक हैं, जोकि ओला के लिए टैक्सी चलाते हैं, लेकिन गाड़ियां उनकी निजी है। यह संबद्ध टैक्सी चालक कहलाते हैं। इन्हें कंपनी की ओर से भी कोई भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में इन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।